एक वादा
एक कहानी
कोई भी बहाना ढूँढ लेना
कभी जब चाँद डूबे
मेरी भोर से भरी आँखों में
तुम नए से किसी ख्वाब का बहाना
मेरे सिरहाने रख जाना
सुबह जो धुलती सी हो
मेरे गिले बालों की बूंदों से
ऐसी किसी धुप का
सूरज तुम अपनी किस्मत में बुन लेना
चमकती सी मेरी चूड़ियाँ
तेरे तकिये के कोर पे रखा
चाँद हो जैसे
ऐसी रतजगों की कोई
प्यारी सी वजह ढूँढ लेना
मेरे हर कदम की कहानी
और हर बार थम जाने का ये शोर
तेरे आँखों के दायरे में
सांझ बन कर डूबे
ऐसी परिधि बुन लेना
कोई बहाना तुम ढूँढ लेना
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